नवग्रहों के मंत्र
जिस किसी व्यक्ति को कोई ग्रह भारी हो, तो वह नित्य एक माला जाप अवश्य करें। शीघ्र प्रभाव के लिए 40 हजार से एक लाख तक जाप करने से सफ़लता मिलती है। अधिक लाभ के लिए सम्बन्धित वार का व्रत रखें और बतायें अनुसार भोजन करें तथा रत्न धारण करें।
।। सूर्य मन्त्र ।।
ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय नमः
( 3 या 5 माला का जप प्रतिदिन )
रत्न - माणिक्य . भोजन - नमक रहित गेँहू से बना .
।। चन्द्र मन्त्र ।।
ॐ श्रीं क्रीं चं चन्द्राय नमः
( 3 माला का जाप प्रतिदिन )
रत्न - मोती . भोजन - नमक रहित दही, चावल, दूध , इत्यादि
।। मंगल मन्त्र ।।
ॐ हुं श्रीं मंगलाय नमः
( 3 माला का जाप प्रतिदिन )
रत्न - मूंगा . भोजन - नमक रहित बेसन से बना .
।। बुध मन्त्र ।।
ॐ ऐं स्त्रीं श्रीं बुधाय नमः
( 5 माला का जाप अवश्य करें)
रत्न - पन्ना . भोजन- नमक रहित मूंग से बना.
।। बृहस्पति मन्त्र ।।
ॐ बृं बृहस्पतये नमः
(3 माला का जाप प्रतिदिन)
रत्न - पुखराज . भोजन नमक रहित बेसन से बने पीले पदार्थ .
।। शुक्र मन्त्र ।।
ॐ ह्रीं श्रीं शुक्राय नमः
(5 माला का जाप आवश्यक)
रत्न हीरा. भोजन - नमक रहित चावल, दूध दही इत्यादि
।। शनि मन्त्र ।।
ॐ ऐं हीं श्रीं श्नैश्चराय नमः
(5 माला का जाप करें)
रत्न- नीलम . भोजन - उड़द व तेल से बने पदार्थ
।। राहू मन्त्र ।।
ॐ ऐं ह्नीं राहवे नमः
( 3 माला का जाप करें )
रत्न - गोमेद . भोजन - मीठी रोटी, रेवड़ी, तिल से बने पदार्थ .
।। केतु मन्त्र ।।
ॐ ह्रीं केतव नमः
(3 माला का जाप करें)
रत्न - लहसुनिया. भोजन - नमक रहित गेहूँ व तिल से बना हुआ.